Tag: Mahendra Kapoor
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जिसके सपने हमें रोज़ | Jiske Sapne Humein Roz | Geet | hindi lyrics
जिसके सपने हमें रोज़ आते रहे, दिल लुभाते रहेये बता दो, बता दोये बता दो कहीं तुम, वही तो नहीं, वही तो नहीं जब भी झरनों से मैंने सुनी रागिनीमैं ये समझा तुम्हारी ही पायल बजीओ जिसकी पायल पेओ जिसकी पायल पे हम दिल लुटाते रहे, जां लुटाते रहेये बता दो कहीं तुम… जिसके…
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भारत का रहने वाला | Bharat Ka Rehnewaala | Purab Aur Paschim | hindi lyrics
जब जीरो दिया मेरे भारत नेदुनिया को तब गिनती आयीतारों की भाषा भारत नेदुनिया को पहले सिखलायीदेता ना दशमल भारत तोयूं चाँद पे जाना मुश्किल थाधरती और चाँद दूरी काअंदाजा लगाना मुश्किल थासभ्यता जहाँ पहले आयीपहले जन्मी हैं जहापे कलाअपना भारत वो भारत हैजिस के पीछे संसार चलासंसार चला और आगे बढ़ायूं आगे बढ़ा बढ़ाता…
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पुरवा सुहानी आयी रे | Purva Suhani Aayi Re | Purab Aur Paschim | hindi lyrics
ढोली ढोल बजाना, ताल से ताल मिलाना पुरवा सुहानी आयी रे, पुरवाऋतुओं की रानी आयी रे, पुरवामेरे रुके नहीं पाँव, नाच उठा सारा गाँवप्रीत पे जवानी छाई रे, पुरवापुरवा सुहानी आयी…मौसम का मुसाफिर खड़ा रस्ते मेंउसके हाथों सब कुछ लुटा सस्ते मेंछोटी सी उमरिया है, लम्बी सी डगरिया रेजीवन है परछाई रे, पुरवापुरवा सुहानी…
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दुल्हन चली, हाँ पहन चली | Dulhan Chali, Haan Pehen Chali | Purab Aur Paschim | hindi lyrics
पूरब में सूरज ने छेड़ी, जब किरणों की शहनाईचमक उठा सिन्दूर गगन पे, पच्छिम तक लाली छाई दुल्हन चली, हाँ पहन चलीहो रे दुल्हन चली, हो पहन चलीतीन रंग की चोलीबाहों में लहराए गंगा जमुनादेख के दुनिया डोलीदुल्हन चली…ताजमहल जैसी ताजा है सूरतचलती फिरती अजंता की मूरतमेल मिलाप की मेहंदी रचाएबलिदानों की रंगोलीदुल्हन चली…मुख चमके…