Tag: Ghulam Mohammed


  • मौसम है आशिकाना | Mausam Hai Aashiqana | Pakeezah (1972) | hindi lyrics

    मौसम है आशिकानाऐ दिल कहीं से उनको ऐसे में ढूंढ लाना कहना के रुत जवां है, और हम तरस रहे हैंकाली घटा के साये, बिरहन को डस रहे हैंडर है न मार डाले, सावन का क्या ठिकानामौसम है आशिकाना सूरज कहीं भी जाये, तुम पर ना धूप आयेतुमको पुकारते हैं, इन गेसूओं के सायेआ जाओ…

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  • चलते चलते यूँ ही कोई | Chalte Chalte Yun Hi Koi | Pakeezah (1972) | hindi lyrics

    चलते चलते यूँ ही कोई मिल गया थासरे राह चलते चलते वहीँ थम के रह गयी है, मेरी रात ढलते ढलते जो कही गई ना मुझसे, वो ज़माना कह रहा हैके फ़साना बन गयी है, मेरी बात चलते चलतेयूँ ही कोई मिल… शब-ए-इंतज़ार आखिर, कभी होगी मुख़्तसर भीये चिराग बुझ रहे हैं, मेरे साथ जलते…

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  • ठाड़े रहियो ओ बाँके यार रे | Thaade Rahiye O Baanke Yaar Re | Pakeezah (1972) | hindi lyrics

    चाँदनी रात बड़ी देर के बाद आई हैये मुलाक़ात बड़ी देर के बाद आई है आज की रात वो आए हैं बड़ी देर के बादआज की रात बड़ी देर के बाद आई है ठाड़े रहियो ओ बाँके यार रेठाड़े रहियो, ठाड़े रहियो ठहरो लगाईया, नैनों में कजराचोटी में गूँध आऊँ फूलों का गजरामैं तो कर…

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  • इन्हीं लोगों ने | Inhi Logon Ne | Pakeezah (1972) | hindi lyrics

    इन्हीं लोगों ने, इन्हीं लोगों नेइन्हीं लोगों ने ले लीना दुपट्टा मेरा हमरी न मानो बजजवा से पूछोहमरी न मानो सैंया, बजजवा से पूछोजिसने, जिसने अशरफ़ी गज़ दीना दुपट्टा मेरा हमरी न मानो रँगरेजवा से पूछोहमरी न मानो सैयांजिसने गुलाबी रँग दीना दुपट्टा मेराइन्हीं लोगों ने… हमरी न मानो सिपहिया से पूछोजिसने बजरिया में छीना…

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