हे मैंने क़सम ली
हे तूने क़सम ली
नहीं होंगे जुदा हम
हे मैंने क़सम ली…
साँस तेरी मदिर-मदिर जैसे रजनी गंधा
प्यार तेरा मधुर-मधुर चाँदनी की गंगा
नहीं होंगे जुदा…
मैंने क़सम ली…
पा के कभी खोया तुझे, खो के कभी पाया
जनम-जनम, तेरे लिये, बदली हमने काया
नहीं होंगे जुदा…
मैंने क़सम ली…
एक तन है, एक मन है, एक प्राण अपने
एक रंग, एक रूप, तेरे मेरे सपने
नहीं होंगे जुदा…
मैंने क़सम ली…
Movie:तेरे मेरे सपने (1971)
Music:एस.डी.बर्मन
Lyrics:नीरज
singer:किशोर कुमार, लता मंगेशकर