इब न सुनूँगी
मैंने बहुत सुन लिया
इब न सुनूँगी
मैंने बहुत सुन लिया
तेरी नउ तेरी मेरी
सौतन पिया सौतन पिया
इब न सुनूँगी मैन हो
मैंने बहुत सुन लिया
तेरी नउ तेरी मेरी सौतन पिया
हो रसिया मैं बसिया
हो रसिया मैं बसिया
खिंच के अपना हाथ बेदर्दी
छोड़ के मेरी प्यास अधूरी
अच्छा रुखसत मैं चलता हूँ
अच्छा रुखसत मैं चलता हूँ
मुझको है कुछ काम जरुरी
आसानी से तूने यह कह दिया
तेरी नउ तेरी मेरी
सौतन पिया सौतन पिया
इब न सुनूँगी
मैंने बहुत सुन लिया
श्याम तलक बैठी रहती हू
मैं रातसे पे नैन बिछाए
श्याम तलक बैठी रहती हू
मैं रातसे पे नैन बिछाए
मेरे मानन से दीपक अच्छा
रात जले सुबह बुझ जाए
साडी रात सारा दिन जले यह जिया
तेरी नउ तेरी मेरी
सौतन पिया सौतन पिया
इब न सुनूँगी
मैंने बहुत सुन लिया
आखियो की फिर कुछ नहीं भाता
दर्द जिया मैं जब उठते है
सावरिया के बिन फूलो की
सावरिया के बिन फूलो की
सेझ पे भी कांटे चुभते है
कांटे चुभोए तूने और क्या किया
तेरी नउ तेरी मेरी
सौतन पिया सौतन पिया
इब न सुनूँगी मैन हो
मैंने बहुत सुन लिया
तेरी नउ तेरी मेरी सौतन पिया
हो रसिया मैं बसिया
हो रसिया मैं बसिया.
Movie:Maang Bharo Sajana
Singer:Lata Mangeshkar
Music:Laxmikant Pyarelal
Lyrics:Anand Bakshi