लैला मैं लैला, ऐसी हूँ लैला
हर कोई चाहे मुझसे मिलना अकेला
जिसको भी देखूँ, दुनिया भुला दूँ
मजनू बना दूँ, ऐसी मैं लैला
लैला ओ लैला लैला, ऐसी तू लैला
हर कोई चाहे तुझसे मिलना अकेला
ओ मोहब्बत का जिसको तरीक़ा ना आया
उसे ज़िन्दगी का सलीक़ा न आया
राह-ए-वफ़ा में, जाँ पर जो खेला
उसके लिये है ये, हसीनों का मेला
लैला मैं लैला…
मुझे देखकर जो, न देखे किसी को
मेरे वास्ते जो मिटा दे खुदी को
उसी दीवाने की बनूँगी मैं लैला
उसे प्यार दूँगी मैं पहला-पहला
लैला मैं लैला…
Movie:क़ुर्बानी (1980)
Music:कल्याणजी-आनंदजी
Lyrics:इंदीवर
singer:कंचन, अमित कुमार