मेरे दीवानेपन
की भी दवा नहीं मेरे दीवानेपन
की भी दवा नहीं
मैंने जाने क्या सुन लिया
तूने तोह कुछ कहा नहीं
मेरे दीवानेपन
की भी दवा नहीं
मेरे दीवानेपन
की भी दवा नहीं
मैं यह समझा मेरे
दिल की कोई हसरत निकल गयी
मैं यह समझा मेरे
दिल की कोई हसरत निकल गयी
तूने देखा मुझे ऐसे
के तबियत मचल गयी
वरना तेरे सर की कसम
आदमी मैं बुरा नहीं
मेरे दीवानेपन
की भी दवा नहीं
मेरे दीवानेपन की हाय
बेअदब हूँ मैं दीवानाइस कदर तू खफा हुयी
बेअदब हूँ मैं दीवाना
इस कदर तू खफा हुयी
छू लिया क्यों बदन
तेरा तौबा कैसी खता हुयी
सारी दुनिया में कोई
मेरे लायक सजा नहीं
मेरे दीवानेपन
की भी दवा नहीं
मेरे दीवानेपन
की भी दवा नहीं
चाँदनी रात में जैसे
रूखे गुल पे किरण पड़ी
चाँदनी रात में जैसे
रूखे गुल पे किरण पड़ी
बेसबब रुठकर तेरे
माथे पे यूं शिकन पड़ी
मेरे मेहबूब यह तेरी
बेरुखी है ऐडा नहीं
मेरे दीवानेपन
की भी दवा नहीं
मेरे दीवानेपन
की भी दवा नहीं.
Movie:Mehboob Ki Mehndi 1971
Singer:Kishore Kumar
Music:Laxmikant Pyarelal
Lyrics:Anand Bakshi