तू कितने बरस का
तू कितने बरस की
मैं सोलह बरस की
तो मैं सत्रह बरस का
सोलह सत्र सत्र सोलह
मिल न जायें नैना
एक दो बरस ज़रा दूर
रहना एक दो बरस ज़रा दूर रहना
कुछ हो गया तो फिर न कहना
मैं सोलह बरस की
तू सत्रह बरस का
मैं सोलह बरस की
तू सत्रह बरस का
मिल जाएँ नैना कुछ भी
हो मुश्किल है दूर रहना
कुछ हो गया तो फिर न कहना
तू सोलह बरस की
मैं सत्रह बरस का
तू सोलह बरस की
मैं सत्रह बरस का
मिल जाएँ नैना एक
दो बरस ज़रा दूर रहना
कुछ हो गया तो फिर न कहना
पर्बत से घनघोर घटाएं
टकराएं तो क्या हो बरसात हो
तेरे दिल से मेरा दिल मिल
जाए तो क्या हो बरात हो
जाने कब बरसात हो
जाने कब बरात हो
मेरा दिल तो चाहे आजकी रात मिलन की रात हो
क्यों क्यों क्यों क्यों क्योंकि
तू सोलह बरस की
मैं सत्रह बरस का
तू सोलह बरस की
मैं सत्रह बरस का
मिल जाएँ नैना एक दो
बरस ज़रा दूर रहना
कुछ हो गया तो फिर न कहना
सच्चे प्रेमी सब मिलते हैं
अब देखें हम कब मिलते हैं
मिलने में अब क्या मुश्किल है
तेरी मेरी इक मंज़िल है
दूर है वह नज़दीक नहीं है
अब यह मिलना ठीक है
क्यों क्यों क्यों क्यों क्यों की
मैं सोलह बरस की
तू सत्रह बरस का
मैं सोलह बरस की
तू सत्रह बरस का
मिल जाएँ नैना कुछ भी
हो मुश्किल है दूर रहना
कुछ हो गया तो फिर न कहना
हो एक दो बरस ज़रा दूर रहना
कुछ हो गया तो फिर न कहना
मैं सोलह बरस की
मैं सत्रह बरस का
मैं सोलह बरस की
मैं सत्रह बरस का.
Movie:Karz 1980
Singer:Kishore Kumar, Lata Mangeshkar
Music:Laxmikant Pyarelal
Lyrics:Anand Bakshi