किसी के वादे पे क्यूँ ऐतबार हमने किया
न आने वालों का क्यूँ इंतज़ार हमने किया
किसी के वादे पे…
न वो हमारे हुये और न हम रहे अपने
मुहब्बतों का अजब कारोबार हमने किया
किसी के वादे पे…
वो खेल खेल रहे थे, वो खेल खेल चुके
ख़ता हमारी थी क्यूँ उनसे प्यार हमने किया
किसी के वादे पे…
बिछड़ के उनसे न जब, दिल किसी तरह बदला
शराबख़ाने का रुख़ इख़्तियार हमने किया
न आने वालों का…
Movie:द बर्निंग ट्रेन (1980)
Music:राहुल देव बर्मन
Lyrics:साहिर लुधियानवी
singer:आशा भोंसले